ऑपर े श न को श ु र ु करना
1.
प् र ाथमिक पम् प (K) को प् ल ग-इन करे ं और सु न िश् च ित करे ं कि जल रिएक् ट र कॉलम (E) मे ं प् र वाहित हो रहा है ।
2.
प् र ाथमिक पम् प (K) की प् र वाह दर को प् र ाथमिक पम् प (K) के अं द र की एडजस् ट मे ं ट नॉब को घु म ाकर ऊपर या नीचे एडजस् ट
किया जा सकता है ।
3.
एक बार सामान् य ऑपरे श न और प् र वाह सु न िश् च ित होने के बाद, द् व ितीयक पम् प (L) को 10-15 मिनट के लिए प् ल ग-इन करके
धावन प् र क् र िया की जाँ च कर ले न ी चाहिए।
4.
द् व ितीयक पम् प (L) को, दी गयी प् र क् र िया का पालन करके समय के भीतर धु ल ाई को पू र ा करने के लिए, टाइमर या दू स रे
नियं त ् र क उपकरणों से जोड़ ा जा सकता है । आमतौर पर दिन मे ं कम से कम एक बार धु ल ाई की जाती है , ले क िन इसे हर 6-12घं ट े मे ं
किया जाना चाहिए।
5.
नोट करे ं कि मीडिया द् व ारा शु र ु मे ं से ट अप और प् र त् य े क धु ल ाई पर क् ल ाउडिं ग होना ज़ ि ओलाइट रिएक् ट र के लिए आम बात है । इस
क् ल ाउडिं ग की वज़ह से थोड़ े समय के लिए एक् व ै र ियम मे ं क् ल ाउडिं ग हो सकती है ।
6.
एलीमे ं ट ™ ज़ े ड रिएक् ट र की एक अतिरिक् त सु व िधा वे ं च ु र ी (N) का जु ड़ ना है जिसे धावन चक् र मे ं वायु की मात् र ा को बढ़ ा ने के लिए
वै क ल् प िक तौर पर द् व ितीयक पम् प (F) से जोड़ ा जा सकता है ।
रख रखाव
सभी एक ् व ै र ियम उपकरणो ं क े साथ द ै न िक या जब भी सम ् भ व हो रिएक ् ट र की कार ् य प ् र णाली की उचित जा ँ च करना सही होता ह ै ।
1.
एलीम े ं ट ™ ज ़ े ड रिएक ् ट र क े किसी भी प ् र कार क े रखरखाव को श ु र ु करन े स े पहल े पम ् प ो ं (K और L) की बिजली को काट द े ं ।
2.
एक समय क े बाद प ् र योग किय े गय े रिएक ् ट र माध ् य म को बदलना होगा। यह प ् र योग किय े गय े माध ् य म क े आधार पर अलग-अलग
हो सकता ह ै । निर ् म ाता क े स ु झ ावो ं का पालन कर े ं । माध ् य म को बदलना रिएक ् ट र च ै म ् ब र (F) को निकालकर और भरन े क े निर ् द े श ो ं को
द ु ह राकर आसानी स े किया जा सकता ह ै ।
3.
फिल ् ट र सॉक (M) और एलीम े ं ट स ् प ं ज (D1 और D2) को आवश ् य कता पड़न े पर या कम स े कम एक महीन े म े ं आराम स े रगड़ना और
ध ु ल ना चाहिए। यद ् य पि बदलाव की ज़र ू र त अलग-अलग हो सकती ह ै , स ् प ं ज ो ं (D1 और D2) को रिएक ् ट र म े ं सतत प ् र वाह बनाए रखन े
क े लिए आवश ् य कतान ु स ार बदल द े न ा चाहिए।
4.
पम ् प ो ं (K और L) की मासिक र ू प जा ँ च कर े ं । यदि रखरखाव नही ं की जाती ह ै , तो पम ् प मलब े या र ु क ावटो ं की वज़ह स े ब ् ल ॉक इम ् प े ल र
क े साथ लम ् ब े समय तक चलत े रह े ं ग े , इसस े गम ् भ ीर न ु क सान हो सकता ह ै । एलीम े ं ट ™ ज ़ े ड रिएक ् ट र को शीघ ् र और सरल रखरखाव क े
लिए कम ् प ् र े श न रि ं ग द ् व ारा जोड ़ े गय े बाहरी पम ् प ो ं क े साथ निर ् म ित किया गया ह ै ।
पम् प रख रखाव करने के लिए
A.
A. पम् प ों (K और L) की कम् प ् र े श न रिं ग को खोलकर उन् ह े ं उनके सपोर् ट बे स (A) से अलग कर दे ं ।
B. यदि वे ं च ु र ी इं ज े क ् ट र (N) इं स ् ट ॉल किया गया हो तो इसे द् व ितीयक पम् प (K) से खीं च ले ं ।
C. प् र ाथमिक पम् प (K) से पम् प इनटे क कवर को हटा दे ं ।
D. टीईएएल रं ग ीन रिं ग ों को दोनों पम् प ों के सामने से खोल दे ं ।
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